दैनिक आगाज इंडिया 1 जून 2025 इंदौर
मृतक अंकित विश्वकर्मा की मृत्यु नही हत्या हुई है। देपालपुर पुलिस अपराधियो को बचा रही है। सीडीआर (CDR) नही निकाल रही है जिससे हत्या का खुलासा हो सके। घटना दिनांक 09/10/2024 की है। आठ माह बीत चुके है। हमे पुलिस थाना देपालपुर पर भरोसा/विश्वास नही है। अन्य किसी दुसरे थाने से या श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय स्वय के द्वारा अंकित की हत्या की गंभीरता से निष्पक्ष जॉच कराई जाए ये कहना है वीरेंद्र विश्वकर्मा का जो रिश्ते में अंकित के मामा लगते है।
ग्राम पोस्ट सिंगावदा तहसील व जिला देवास (म.प्र.) 455001, मो. न.
9713433071,
ई-मेल vishwakarmavirend071@gmail.com
वीरेंद्र विश्वकर्मा ने शंका जाहिर की है कि अंकित विश्वकर्मा की हत्या हुई है औ आरोपीगण :-
- सतीश उर्फ सन्नी टेलर पिता मदनलाल चौहान
- विशाल उर्फ बिट्टू पिता मदनलाल चौहान
- नितिन गोयल
- दिनेश सिसोदिया
और इनके अन्य साथी
निवासीगण :- टोंक खुर्द तहसील टोंक खुर्द जिला देवास (म.प्र.)
वर्तमान निवासीगण :- (हाल मुकाम) नक्षत्र सिटी कालोनी देपालपुर पुलिस थाना देपालपुर जिला इन्दौर (म.प्र.)
आरोपीगण के अन्य साथी जो हत्या कि घटना मे शमिल थे इनसे कड़ी पुछताज की जाए।
माननीय महोदय
प्रार्थी का सादर निवेदन है कि :-
- यह की मृतक अंकित पिता नंदकिशोर विश्वकर्मा उम्र 28 वर्ष निवासी ग्राम पोस्ट सिंगावदा तहसील व जिला देवास जो प्रार्थी का भान्जा था हमारा भान्जा अंकित व हमारी बहन हम एक साथ निवासरत होकर ग्राम सिंगावदा के निवासी है। और अंकित का मोबाईल नंबर 6266430045, 7879006805, है। जो अंकित के पास मे था। और आने-जाने के लिए एक गाड़ी/बाइक भी अंकित के पास मे थी। अंकित फर्नीचर का काम करता था और उसका काम उज्जैन मे चल/कर रहा था की आरोपीगण अंकित को उज्जैन से देपालपुर लेगये और सभी ने मिलकर देपालपुर के ग्राम बनेड़िया के तालाब/पाच पर ले जा कर मार दिया। और आरोपीगण द्वारा एक डूबने की झूठी कहानी को बना कर पुलिस को सूचना दि गई।
- यह कि दिनांक 09/10/2024 को हमारी भान्जी भावना को मोबाइल नम्बर 8839285149 से सूचना मिली (कहा था) कि अंकित देपालपुर के ग्राम बनेड़िया तालाब मे डूब गया है। और उसकी मृत्यु हो गई है। हमारी भान्जी भावना ने हमें व हमारी बड़ी भान्जी सरोज (शीतल) को फोन किया और हमें बताया हम तुरन्त वहा पहुंचे तो मालूम पड़ा कि देपालपुर के निजी महावीर अस्पताल मे शव रखा है। हम वहा पर गये और देखा तो अंकित की मृत्यु संदिग्ध परिस्थिति मे हो चुकी है। और उसके शरीर पर चोट के निशान भी है। आरोपीगण घटना दिनांक को मृतक के साथ ही थे। फोटो ग्राफ संलग्न है।
- यह कि हमारा भान्जा अंकित जिसे अच्छी तरह से तैरना आता था। अच्छा तैराक था। तालाब मे कोई बहाव नही था। नाही कोई ऐसी परिस्थिति उत्पन्न हुई जिससे हमारे भान्जे की मृत्यु हो सके हमारे भान्जे अंकित की मृत्यु संदिग्ध परिस्थिति मे हुई है। इस कारण उक्त घटना की गंभीरता से निष्पक्ष जॉच की जाना अति आवश्यक है। क्योंकि आरोपीगण क्रिमिनल/बाहुबली व्यक्ति है। जो इनके द्वारा हमारे भांजे अंकित के विरुद्ध साजिश रच कर उसकी हत्या कि गई है। और देपालपुर पुलिस की कार्य शैली से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि पुलिस थाना देपालपुर स्वतंत्र रूप से अपराधियो की मदद करते हुए उनको बचा रहा है। माननीय महोदय। अन्य किसी दुसरे थाने से या पुलिस अधीक्षक महोदय स्वय के द्वारा गंभीरता से निष्पक्ष जॉच कराई जाये तो अन्य और भी व्यक्तियो के आरोपी बनने की संभावना से इन्कार नही किया जा सकता। आरोपीगण का निवास/दुकान पुलिस थाना देपालपुर के ठीक सामने है। जो पुलिस व आरोपीगण की आपस मे मिली भगत है।
- यह कि प्रार्थी द्वारा उक्त घटना की गंभीरता से निष्पक्ष जॉच की जाकर आरोपीगण के विरुद्ध सक्त कार्यवाही करने बाबद। एसडीओपी कार्यालय देपालपुर एवं पुलिस थाना देपालपुर पर पूर्व मे कई मर्तबा स्वय जाकर मौखिक रूप से शिकायत की गई पर प्रार्थी का पक्ष ना सुनते हुवे कोई सुनवाई नही हुई। तो प्रार्थी द्वारा लिखित रूप से दिनांक 06/11/2024 को श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय। (ग्रामीण) जिला इन्दौर, श्रीमान एसडीओपी महोदय। देपालपुर जिला इन्दौर, श्रीमान थाना प्रभारी महोदय। पुलिस थाना देपालपुर जिला इन्दौर, को लिखित रूप से शिकायत/आवेदन पत्र दिया गया। उक्त शिकायत को वापस लेने के लिए प्रार्थी के ऊपर दबाव भी बनाया गया और रूपयो का लालच भी दिया गया। पर प्रार्थी द्वारा शिकायत को वापस नही लिया गया।
- यह कि जॉच करता अधिकारी असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर श्री सुरेश परमार साहब के समक्ष कई मर्तबा थाना देपालपुर जाकर कई बिन्दु पर व सीडीआर (CDR) निकाल कर गम्भीरता से निष्पक्ष जॉच कर कार्यवाही करने का निवेदन किया गया पर प्रार्थी का पक्ष नही सुना गया व उनके द्वारा स्वतंत्र रूप से अपराधियो की मदद करते हुए उनको बचाया गया। इसके पश्चात पुनः आवेदन/शिकायत पत्र श्रीमान राष्ट्रपति महोदय। प्रधानमंत्री महोदय। केन्द्रीय गृहमंत्री महोदय। राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग। नई दिल्ली, व श्रीमान मुख्यमंत्री महोदय। मुख्य सचिव महोदय। पुलिस महानिदेशक महोदय। राज्य मानव अधिकार आयोग। भोपाल (म.प्र.), और श्रीमान पुलिस आयुक्त महोदय। इन्दौर, श्रीमान पुलिस महानिरीक्षक महोदय (ग्रामीण) रेंज इन्दौर, श्रीमान पुलिस उप महानिरीक्षक महोदय (ग्रामीण) रेंज इन्दौर, श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय (ग्रामीण) इन्दौर, श्रीमान एसडीओपी महोदय। देपालपुर, श्रीमान थाना प्रभारी महोदय पुलिस थाना देपालपुर को दिया गया। घटना दिनांक 09/10/2024 की है। आज आठ माह बीत चुके है। पर देपालपुर पुलिस द्वारा आज दिनांक तक आरोपीगण के विरुद्ध कोई कार्यवाही नही की गई है। उल्टा अपराधियो की मदद करते हुए उनको बचा रही है।
- यह कि प्रार्थी द्वारा देपालपुर थाना प्रभारी महोदय व वर्तमान मे जॉच करता अधिकारी प्रधान आरक्षक श्री दिनेश वर्मा जी से सीडीआर (CDR) निकाल कर कई बिन्दु पर जॉच करने का निवेदन कई मर्तबा किया गया। तो इनके द्वारा आरोपियो का पक्ष लेते हुए आरोपियो के पक्ष मे बात की जाती है। प्रार्थी द्वारा आरोपियो के अन्य साथी जो हत्या कि घटना मे सामिल थे उनके फोटो ग्राफ पुलिस को दिए गए तो जॉच कर्ता अधिकारी प्रधान आरक्षक श्री दिनेश वर्मा जी ने उन आरोपियों को बचाने के लिए उनको ग्वाह बना दिए। प्रार्थी द्वारा थाना प्रभारी महोदय व प्रधान आरक्षक श्री दिनेश वर्मा जी से कई मर्तबा निवेदन करने के पश्चात भी सीडीआर (CDR) नही निकाल रहे। जिससे हत्या का खुलासा हो सके। जॉच का विषय यह भी है कि अंकित उज्जैन मे था। उसका काम उज्जैन मे चल/कर रहा था। और उसकी हत्या देपालपुर के बनेड़िया मे हुई और अंकित कि गाड़ी/बाईक प्रार्थी को उज्जैन से मिली। और हत्या कि जो घटना हुई है वह रात्रि के समय मे हुई है। आज दिनांक तक दिए गए समस्त शिकायत/आवेदन पत्र की छाया प्रति, व आरोपीगण के अन्य साथी जो हत्या कि घटना मे सामिल थे उनके फोटो ग्राफ, और न्यूज पेपर की कटिंग, आवेदन के साथ संलग्न है।
अतः श्रीमान महोदय से हाथ जोड़ कर निवेदन है कि प्रार्थी का शिकायत/आवेदन पत्र स्वीकार कर आरोपीगण द्वारा हमारे भान्जे अंकित के विरुद्ध साजिश रच कर की गई हत्या की जॉच पुलिस थाना देपालपुर से नही करवाते हुवे अन्य किसी दुसरे थाने से या श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय स्वय के द्वारा गंभीरता से निष्पक्ष जॉच की जा कर आरोपीगण के विरुद्ध सख्त कार्यवाही करने की कृपा करे ताकि हमे न्याय मिल सके। बस यही निवेदन है।
देवास दिनांक………………………. प्रार्थी विरेन्द्र विश्वकर्मा अनिल विश्वकर्मा
प्रतिलिपि :- मो. न. 9713433071,
- श्रीमान राष्ट्रपति महोदय। राष्ट्रपति सचिवालय नई दिल्ली।
- श्रीमान प्रधान मंत्री महोदय। केन्द्रीय सचिवालय नई दिल्ली।
- श्रीमान गृह मंत्री महोदय। केन्द्रीय गृह मंत्रालय नई दिल्ली।
- श्रीमान अध्यक्ष महोदय। राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग नई दिल्ली।
- श्रीमान मुख्यमंत्री महोदय। मध्यप्रदेश शासन भोपाल (म.प्र.)
- श्रीमान मुख्य सचिव महोदय।
मध्यप्रदेश शासन भोपाल (म.प्र.) - श्रीमान निदेशक महोदय। सीएमहेल्पलाइन मध्यप्रदेश शासन भोपाल (म.प्र.)
- श्रीमान पुलिस महानिदेशक महोदय। पुलिस मुख्यालय भोपाल (म.प्र.)
- श्रीमान अध्यक्ष महोदय। राज्य मानव अधिकार आयोग भोपाल (म.प्र.)
- श्रीमान पुलिस आयुक्त महोदय। पुलिस आयुक्त कार्यालय (मुख्यालय) इन्दौर (म. प्र.)
- श्रीमान पुलिस महानिरीक्षक महोदय। इन्दौर रेंज (ग्रामीण) इन्दौर (म.प्र)
- श्रीमान पुलिस उप महानिरीक्षक महोदय। इन्दौर रेंज (ग्रामीण) इन्दौर (म. प्र.)
- श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय। पुलिस अधीक्षक कार्यालय (ग्रामीण) जिला इन्दौर (म.प्र.)
- श्रीमान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महोदय। कार्यालय महू (ग्रामीण) जिला इन्दौर (म.प्र.)











