इइन्दौर 30 sep 2024शिक्षित महिलाएं अपने परिवार के विकास में अहम भूमिका निभाती हैं.. साथ ही देश के आर्थिक विकास में योगदान देती हैं.. और विभिन्न सामाजिक मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाती हैं। इसलिए विकसित भारत में शिक्षित महिला की भूमिका अहम है। यह विचार इंदौर में शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास द्वारा आयोजित मातृशक्ति सम्मेलन में व्यक्त किए गए .देवी अहिल्या विश्वविद्यालय और शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास इंदौर महानगर के संयुक्त तत्वावधान में विकसित भारत में शिक्षित महिला की भूमिका ये विषय पर संगोष्ठी आयोजित की गई। डीएवीवी के स्कूल ऑफ कंप्यूटर साइंस विभाग के रमानी हॉल में हुई इस संगोष्ठी में प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया मुख्य अतिथि के रुप में शामिल हुईं। शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास नई दिल्ली के राष्ट्रीय सचिव डॉ. अतुल भाई कोठारी, डीएवीवी की कुलगुरु प्रो रेणु जैन भी मौजूद रहे। अपने संबोधन में मंत्री निर्मला भूरिया नेकहा की वे भले ही मंत्री हैं लेकिन शिक्षा से जुड़े हर कार्यक्रम में जाना पसंद करती हैं क्योंकि उसमें सीखने को काफी मिलता है। उन्होंने कहा कि वे जनजाति समाज से हैं.. और इस लिहाज से उन्हें ग्रामीण और शहरी दोनों परिवेश का अनुभव है। इनमें उन्होंने अंतर पाया कि शिक्षित महिला कितना बदलाव ला सकती है.. वह घर, दुकान, व्यवसाय से लेकर देश के विकास में अहम भूमिका निभा सकती है। कार्यक्रम में महिला लेखकों द्वारा लिखित दो पुस्तकों का विमोचन भी किया गया।डॉ शालिनी गुप्ता,सहायक प्राध्यापक एवं विभागाध्यक्ष इतिहास, शासकीय गणेश शंकर विद्यार्थी महाविद्यालय मुंगावली जिला अशोकनगर, द्वारा संपादित भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के रणबाकुरें पुस्तक के चार वोल्यूम 1, 2, 3 ,4 का विमोचन भी किया गया। यह पुस्तक भारत की आजादी में बलिदान देने वाले उन भूले बिसरे स्वतंत्रता सेनानियों पर लिखी गई है जिनका इतिहास में कहीं उल्लेख नहीं है।
इनमें एक देवी अहिल्या बाई होलकर पर आधारित तमिल पुस्तक ब्रेव आयरन लेडी और दूसरी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के रणबांकुरे पर आधारित थी।कार्यक्रम में मौजूद शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास महिला कार्य की राष्ट्रीय संयोजिका शोभा पैठणकर ने न्यास के कार्यों की जानकारी साझा की। वहीं शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के ओम जी शर्मा ने आयोजन की गतिविधियों को लेकर जानकारी दी। कार्यक्रम में शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास नई दिल्ली के राष्ट्रीय सचिव डॉ. अतुल भाई कोठारी के अलावा डीएवीवी के अधिकारी, अलग अलग स्थानों से आईं मातृ शक्ति और युवतियाँ मौजूद रही