मोहन जी सिर्फ स्टाफ बदलने से कुछ नही होगा गन मेन भी बदलो जो जनता और पत्रकारों को धमकाने का काम कर रहे है। गन मेन यू तो छोटा पद है विधायक सुरक्षा गार्ड लेकिन विधायक की छवि के अनुसार गन मैन भी अहंकारी,दबंग ,गुड बदमासो जैसा व्यवहार करते है जनता व पत्रकसरो से अभी कैलाश विजजयवर्गीग भले ही मंन्त्री है लेकिन मुख्यमंत्रों को अपने पांव तले दबा के रखते है और उनके गनमैन एक नाम बता देता हूं शंकर जो नंदानगर बुला कर मारने तक कि धमकी एक पत्रकार को देता है और न कैलाश जी फ़ोन उठाते है न आकाश जी। तो कहा यू समझे कि प्रदेश केंद्र सरकार की एक गलती से गुंडों के हाथ मे चला गया है। कैलाश विजयवर्गीय का गनमैन खुले आम पत्रकार को धमका रहा है जिसका नाम शंकर हे
**कैलाश जी के गनमैन होने का अहंकार इतना कि की किसी के इन्विटेसन को भो ठुकरा रहा है*
कैलाश विजयवर्गीय व आकाश की स्टाफ की इन गलतियों के कारण ही कैलाश विजयवर्गीय आज रास्ट्रीय महासचिव से चपरासी की पोस्ट पर आ गए हैं सब स्टाफ का कर धारा है*