प्रतिबंध के बावजूद मोरटक्का ब्रिज से भारी वाहनों का आवागमन जारी, एक बल्कर हादसे से बाल-बाल बचा

दैनिक आगाज इंडिया 3 जून 2025ओंकारेश्वर, ( नि प्र ) इंदौर-इच्छापुर मार्ग पर स्थित नर्मदा नदी के मोरटक्का ब्रिज पर शासन द्वारा भारी वाहनों के आवागमन पर पूर्ण प्रतिबंध के बावजूद राजनीतिक संरक्षण और प्रशासनिक लापरवाही के चलते प्रतिदिन सैकड़ों भारी भरकम वाहन गुजर रहे हैं। रविवार दोपहर ऐसा ही एक बल्कर होटल गोपाल मिडवे के पास अचानक अनियंत्रित होकर ब्रिज के किनारे गिरते-गिरते बचा, जिससे पुल पर भारी जाम की स्थिति बन गई।

घटना की सूचना मिलते ही मोरटक्का पुलिस चौकी के प्रधान आरक्षक श्री रवि पांडे ने भीषण गर्मी में यातायात को सुचारू करने में सक्रिय भूमिका निभाई। जब चौकी प्रभारी श्री लखन डावर से पूछा गया कि प्रतिबंध के बावजूद यह बल्कर ब्रिज पर कैसे पहुंचा, तो उन्होंने बताया कि “उक्त भारी वाहन प्रतिबंधित क्षेत्र से पुलिस को चकमा देकर निकल गया। वाहन को जप्त कर चलानी कार्रवाई की जा रही है।”

इस घटना के बाद ओंकारेश्वर विकास संघर्ष समिति ने शासन का ध्यान इस ओर आकर्षित करते हुए चेताया है कि मोरटक्का ब्रिज पर भारी वाहनों की निरंतर आवाजाही पुल की जर्जर स्थिति को देखते हुए अत्यंत खतरनाक है। समिति के प्रमुख श्री प्रदीप ठाकुर ने आरोप लगाए हैं कि पुलिस और कुछ विभागीय कर्मियों की मिलीभगत से भारी वाहन अवैध रूप से ब्रिज से निकाले जा रहे हैं, जो किसी दिन बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकते हैं।

स्थानीय निवासियों का भी कहना है कि यह कोई पहली घटना नहीं है। प्रशासन द्वारा पुल की जर्जर स्थिति और उसकी निर्धारित आयु पूर्ण हो जाने के कारण एनएचएआई द्वारा भारी वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित किया गया है। इसके बावजूद, नियमों को दरकिनार कर प्रतिदिन भारी वाहनों की आवाजाही जारी है।

ग्रामीणजन और सामाजिक संगठनों ने शासन-प्रशासन से मांग की है कि इस अवैध परिवहन पर तत्काल रोक लगाई जाए और दोषी अधिकारियों एवं कर्मचारियों पर कठोर कार्रवाई की जाए।

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