अशोक रघुवंशी 9300006777
दैनिक आगाज इंडिया 4 फरवरी 2025 इंदौर,
इंदौर प्रभारी मुख्यमंत्री मोहन यादव को बदनाम करने की साजिश तो नही ?
ध्वनि प्रदुषण से हलकान शहर , सुबह 8 बजे से नगर निगम की गाड़ियां शोर मचा रही है फिर आएंगे नंबर वन,यातयात में फसी जनता की गाड़ियों के हॉर्न व जनप्रतिनिधियों को गालिये बहुत शोर है।
बैठकों का दौर सालों से जारी है जनता से वसूले टैक्स ,केंद्र व राज्य सरकार से मिल रहे अनुदान से महंगे ब्रिलियंट कान्वेंट सेंटर पर बैठके हो रही है, अनावश्यक निर्माणों से पार्षदों,ठेकेदारों व इंजीनियरो के घर भरे जा रहे है
पुलिस प्रशासन बेचारा परेशान कहाँ कहाँ ट्राफिक संभाले पूरे शहर की हालत खराब है और जिम्मेदार मोंन है। ……कही मुख्यमंत्री को बदनाम करने की साजिश तो नही ?
तो आखिर समस्या कहाँ है ? क्या जनता को नही मालूम ? नही जनता सब देख रही है और अपने ही निर्णय पर अपने आप को दोष दे रही है,
जनता देख रही है क्यों इंदौर के हर नगर वार्ड में अच्छी बनी हुई सड़क को खोद कर ड्रेनेज लाइन के नाम पर नई सड़क बनाई जा रही है,सड़क किनारे लगे पॉवर ब्लॉक उखाड़कर फिर से लगाये जा रहे है,सुंदर बगीचों को उजाड़कर नए बनाये जा रहे है और इस भरस्टाचार को विकास का नाम देकर इंदौर के बड़े मीडिया घराने नेताओ की वाह वाही कर रहे है। जनता सब देख रही है, इंदौर की हर कॉलोनी का मुख्य मार्ग,शहर का मुख्य मार्ग खुदा पड़ा है ,ओर इस पूरे भरस्टाचार में कोई सबसे बड़ा दौसी है तो वो है सिटी इंजीनयर, झोनल अधिकारी जो पार्षदों के दबाव में फाइलें साईन किए जा रहे है शहर की जनता की दुर्गति हो तो हो,शहर बदनाम हो तो हो , हम तो स्वछता में प्रथम आ ही जायेंगे।
आवश्यकता है नगर निगम के भर्स्ट झोनल अधिकारियों,निगम इंजीनयरो, पर सख्त कार्यवाही की वर्ना ट्रैफिक जाम से इंदौर को कभी निजाद नही मिलेगी,फिर जनता अगले चुनाव में अपनी गलती दोहराने से भी बचेगी जिसका नुकसान प्रदेश सरकार को उठाना पड़ेगा। ………कही मुख्यमंत्री को बदनाम करने की साजिश तो नही ?