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◆ अब हर नागरिक बन सकता है Cyber COP, और कर सकता है साइबर क्राइम से स्वयं के साथ साथ दूसरों की भी सुरक्षा।
◆ इंदौर पुलिस – आपकी सुरक्षा हमारी प्राथमिकता!
वर्तमान समय के बढ़ते साइबर अपराधों की रोकथाम और इसके प्रति लोगों में जन जागरूकता लाने के उद्देश्य से पुलिस आयुक्त नगरीय इंदौर श्री मकरंद देऊस्कर के दिशा निर्देशन में, इंदौर पुलिस द्वारा सिटिज़नकॉप फाउंडेशन के सहयोग से एक नई एप्लिकेशन “CyberCOP” की शुरूआत की जा रही हैं। जिसका शुभारंभ आज दिनांक 05.12.2023 को पुलिस आयुक्त नगरीय इंदौर श्री मकरंद देऊस्कर द्वारा किया गया।
इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध/ मुख्यालय) इंदौर श्री मनोज कुमार श्रीवास्तव, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) इंदौर श्री मनीष कपूरिया सहित नगरीय क्षेत्र के पुलिस उपायुक्तगण, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त क्राइम व अन्य पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।
पुलिस कमिश्नर मकरंद देऊस्कर उक्त Cyber COP एप्लिकेशन की जानकारी देते हुए बताया कि इस एप्लिकेशन के माध्यम से लोग साइबर क्राइम और ऑनलाइन धाराओं से संबंधित नवीनतम जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। हमारा मुख्य उद्देश्य है के हर व्यक्ति इस एप्लीकेशन की मदद से साइबरक्राइम से जुड़ी हर जानकारी प्राप्त कर ख़ुद भी साइबरकॉप बने और उनसे जुड़े हर व्यक्ति को साइबरक्राइम के बारे में जागरूकता फैलाने में मदद करें।
इस एप्लीकेशन की सराहना करते हुए उन्होंने कहा के इस एप्लीकेशन के माध्यम से लोग साइबर क्राइम के खिलाफ आत्म-सुरक्षा की तकनीकों को सीख सकते हैं और ऑनलाइन जोखिमों से बचाव के लिए सही कदम उठा सकते हैं। इस एप्लिकेशन के माध्यम से नैतिक उद्दीपन के साथ लोगों को साइबर सुरक्षा के महत्वपूर्ण और तकनीकी पहलुओं के बारे में शिक्षा देने का प्रयास किया जा रहा है।
इस एप्लिकेशन की महत्वपूर्ण विशेषताएं हैं जो साइबर सुरक्षा में सहायक हैं:-
● सुरक्षित परिवार: डिवाइसों में मजबूत पासवर्ड लगाना और एंटी-वायरस का इस्तेमाल करना सुनिश्चित करें।
● अपडेट रहें: सॉफ़्टवेयर को नियमित तौर पर अपडेट करें और विश्वसनीय साइटों से ही डाउनलोड करें।
● जागरूकता बढ़ाएं: अनजान नंबरों से आए मैसेज और ईमेल पर ध्यान दें और गुमनाम नंबर से आने वाले प्राइज़ से सतर्क रहें।
● बचाव के उपाय: साइबर बुलिंग, हैरेसमेंट, और ऑनलाइन फ्रॉड से बचने के लिए सोशल मीडिया प्राइवेसी सेटिंग्स को सख्त करें और बच्चों को सुरक्षित रखने के उपायों की जानकारी प्राप्त करें।
● आपत्ति का सामना करें: अगर साइबर बुलिंग या फिशिंग का शिकार होते हैं, तो तुरंत बैंक की लोकल ब्रांच या फिर रिलेशनशिप मैनेजर से संपर्क करें।, बैंक डिटेल्स को सुरक्षित रखें और नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर शिकायत करें।
उक्त एप्लीकेशन के बारे में सिटिजनकॉप फाउंडेशन के संस्थापक राकेश जैन ने बताया कि इस साइबर सुरक्षा एप्लिकेशन के माध्यम से आप नए साइबर अपराधों की रिपोर्टिंग कर सकते हैं और यह भी एनसीआरबी (NCRB) को जानकारी प्रदान करने में मदद कर सकता है।
यह एप्लिकेशन लोगों को साइबर बुलिंग, ऑनलाइन फ्रॉड, बैंक फ्रॉड, फेक न्यूज़, और अन्य संबंधित जोखिमों के बारे में भी जागरूक करने का एक और साधन प्रदान करता है। साइबर सुरक्षा और जागरूकता के द्वारा इस ऐप्लिकेशन के माध्यम से महिलाएं भी आत्म सुरक्षा और अपने हक की रक्षा करने में मदद प्राप्त कर सकेंगी।
इंदौर पुलिस का यही उद्देश्य है कि हर व्यक्ति साइबर अपराधों के प्रति जागरूक रहे और वर्चुअल वर्ल्ड के नित नए ने खतरों से स्वयं भी सुरक्षित रहे और दूसरों को भी सुरक्षित रखे। इसी को ध्यान में रखते हुए Cyber COP एप्लिकेशन बनाया गया है, हम इसका उपयोग करें और स्वयं भी जागरूक रहे और दूसरों को भी करें।