दैनिक आगाज इंडिया 10 sep 2024 इंदौर, समस्या आज की नही है इंदौर को पुरुस्कारों की संखला का गुमान इतना था कि इंदौर आने वाले प्रसिद्ध कलाकार जब इंदौर की हकीकत बयान करते थे तो उनपर केस मढ दिया जाता था। आज अखबार भरे पड़े है सोसल मीडिया पर पोस्ट वायरल हो रही है लेकिन नगर निगम के बेशर्म अधिकारी ,इंजीनियर चुपी साधे हुए है। पूरा शहर रेंग रहा है यातयात की हकीकत ये है कि पैदल चलने वाला भी गालियां बक रहा है। यातायात, सड़को की बदतर हालात, भरस्टाचार के नित नए केस कोई किसी पद पर जनप्रतिनिधि है अधिकारी है कि नही की सबने अपने दायित्वों से मुंह मोड़ लिया है ? नगर निगम इतिहास के सबसे बुरे दौर की शुरुवात हो चुकी है क्या ये दौर भारतीय जनता पार्टी को नगर निगम से बाहर कर देगा ? जनता आक्रोशित है लेकिन किसी को फर्क पड़ता दिखाई नही देता। मित्र के चापलूस मित्र बढ़ते जा रहे है महापौर पद की गरिमा खंडित हुई है। स्थानीय नगरीय प्रशासन मंत्री होने के बाद इंदौर के हालातों पर ऑफ़सोस होता है अजब विडंबना है मुख्यमंत्री इंदौर के प्रभारी मंत्री है लेकिन उनके ऊपर कैलाश विजयवर्गीय नगरीय प्रशासन मंत्री उनसे वरिष्ठ है उन्हें न वो हटा सकते है न कुछ बोल सकते है प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के सभी सपनो को तोड़ रहा इंदौर नगर निगम। चाहे बात सार्वजनिक मूत्रालय की हो सोचालय की हो या प्रधानमंत्री आवास की हो पूरी तरह फैल हो चुकी है इंदौर नगर निगम प्रधानमंत्री आवास के कई प्रोजेक्ट में इन्वेस्ट करने वाले आज दो दो साल से अपने घर के इंतजार में है निगम के निरंकुश अधिकारी जवाब देने में सक्षम नही, इंदौर के सभी मूत्रालय सिर्फ चार दीवारों में सिमट के रह गए, गंदगी और पानी की किल्लत से अपनी कहानी खुद ब्यान कर रहे है सड़को के गड्ढे ओर ट्रैफिक जाम जगह जगह स्टॉर्म वाटर लाइन के भरस्टाचार से जनता का सड़क पर चलना मुश्किल है । आवश्यकता है इंदौर में वर्षों से जमे निचले स्तर के अधिकारियों के स्थानांतरण की । स्थानीय नगरीय प्रशासन मंत्री क्या कर रहे है यातयात व्ययवस्था सुधारने के नाम पर बड़े बड़े व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को करोड़ो रूपये बाटने वाले अधिकारी नेता क्या कभी सड़क पर नजर आएंगे की वो जिम्मेदारी भी जनता की है ? ओर सब सब कार्य जनसहयोग से होने है तो आपको हम वोट क्यों दे ?