महिलाओं को सेवा में पेंशन योजना का लाभ देने की जरूरत – आचार्य
दैनिक आगाज इंडिया 11 मई 2025 इंदौर। भारतीय वायु सेवा की सेवानिवृत्त विंग कमांडर अनुमा आचार्य ने कहा है कि 30 साल बाद हमारे देश में तीनों सेना में से किसी में हम महिला अधिकारी को सेनाध्यक्ष बनते हुए देखेंगे। सेना में काम कर रही महिलाओं को पेंशन योजना का लाभ दिए जाने की जरूरत है। अग्निपथ जैसी योजना सेना की योजना नहीं है।
वे आज यहां जाल सभागृह में अभ्यास मंडल द्वारा आयोजित 64 की ग्रीष्मकालीन व्याख्यान माला में भारतीय सेना में महिलाओं की भूमिका विषय पर संबोधित कर रही थी। उन्होंने अपने सेवा में चयन से लेकर वहां जाकर काम शुरू करने की स्थिति तक की पूरी कहानी से सभी को रूबरू कराया। वायु सेना की सेवा को ज्वाइन करने के लिए उन्हें 1 साल तक कठोर ट्रेनिंग लेना पड़ी। यह ट्रेनिंग महिला, पुरुषों के लिए एक समान होती है। सरकार के द्वारा जब सेना में महिलाओं को लेने का प्रयोग शुरू किया गया था उस समय पर शुरुआत में ही वह सेना में गई थी। सेना में काम करने वाले पुरुष हो या महिला, सभी का काम एक समान होता है। इस दौरान जब हम वर्दी पहन कर निकलते हैं तो कहीं कोई डर नहीं लगता है। सेना में महिलाओं को पेंशन देने के मामले में शुरू से ही स्थिति अलग रही है। सरकार के द्वारा ओल्ड पेंशन स्कीम को बंद किए जाने से पहले ही सेना के द्वारा महिला अधिकारियों को पेंशन स्कीम का लाभ देने से इनकार कर दिया गया था।
उन्होंने कहा कि सेना के इस फैसले के खिलाफ महिला अधिकारियों ने न्यायालय में जाकर लड़ाई लड़ी। जिस समय पर एनडीए की सरकार थी उस समय पर हमने सरकार से भी जाकर आग्रह किया। सरकार ने उस समय की सेवा की महिला अधिकारियों को पेंशन योजना का लाभ दिया। उन्होंने कहा कि जिस तरह से महिला अधिकारियों के द्वारा सेना में काम किया जा रहा है उससे उनके प्रति भरोसा बढा है। ऐसे में इन महिला अधिकारियों को भी परमानेंट कमीशन का लाभ दिया जाना चाहिए। एक पुरुष अधिकारी की तुलना में महिला अधिकारी ढाई गुना ज्यादा काम करती है। इस समय सेना में पूरे केडर की 10 से 11% महिला अधिकारी है। इस संख्या को बढ़ाकर यदि हम 25% कर देंगे तो ज्यादा बेहतर होगा।
उन्होंने कहा कि अभी जो स्थिति है उसके हिसाब से अगले 30 साल के बाद हमारी सेना में हम सेनाध्यक्ष के पद पर भी महिला को बनते हुए देख सकेंगे। महिला अधिकारियों को परमानेंट कमीशन किया जाना चाहिए । महिलाओं को भी जाब सिक्योरिटी की जरूरत होती है। अग्निपथ योजना की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि यह सेना की योजना नहीं है। ऐसी योजनाएं सेना को कमजोर करती है। इस समय हमारे देश में 1.5 लाख सैनिकों की कमी है। इसके साथ ही एयरक्राफ्ट की भी कमी है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव सत्यनारायण पटेल ने की। प्रारंभ में अतिथियों का स्वागत विंग कमांडर राधेश्याम मुकाती, विनीता देव, सुशील यादव, सुरेश उपाध्याय, मुन्तहा शेख, पराग जटाले, राजेंद्र बिल्लोरे, राजा चौकसे ने किया। कार्यक्रम का संचालन मनीषा गौर ने किया। अंत में आभार प्रदर्शन गौतम कोठारी ने किया।
कृपाशंकर शुक्ला ,ओ पी जोशी मनोहर देव ,दिलीप गुप्ते ,सदाशिव कौतुक,प्रीतेश पटेल आदि उपस्थित थे
आज का व्याख्यान
अभ्यास मंडल के अध्यक्ष रामेश्वर गुप्ता ने बताया कि कल सोमवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश अवस्थी का व्याख्यान होगा। इस व्याख्यान का विषय है आधुनिक शहरीकरण में ई गवर्नेंस की भूमिका। यह व्याख्यान शाम 6:30 बजे जाल सभागृह में होगा।

