इंदौर में जल गंगा संवर्धन अभियान 2.0 का शुभारंभ
जल मंथन कार्यशाला
जल संरक्षण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को किया सम्मानित
दैनिक आगाज इंडिया इंदौर दिनांक 15 मई 2025। जलकार्य प्रभारी श्री अभिषेक शर्मा बबलू ने बताया कि नगर पालिक निगम द्वारा जल संरक्षण को लेकर शुरू किए गए जल गंगा संवर्धन अभियान के दूसरे संस्करण का माननीय नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय जी, माननीय जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट जी, माननीय महापौर श्री पुष्यमित्रभार्गव द्वारा शुभारंभ एवं जल संरक्षण के क्षेत्र में जल मंथन कार्यशाला आज रविन्द्र नाट्य गृह में संपन्न हुआ। इस अवसर पर सांसद श्री शंकर लालवानी, विधायक श्री रमेश मेंदोला श्री गोलू शुक्ला, आयुक्त श्री शिवम वर्मा, महापौर परिषद सदस्य, पार्षदगण, अपर आयुक्त श्री अभिलाष मिश्रा, शहर के जनप्रतिनिधि, सामाजिक संगठन, प्रशासनिक अधिकारी, पार्षदगण, शिक्षा संस्थानों के प्रमुख, एनजीओ प्रतिनिधि, कॉलोनी संघों के अध्यक्ष सहित बड़ी संख्या में जागरूक नागरिक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत जल संरक्षण पर आधारित प्रेरणादायक जल एंथम “बचाओ बहाओ न जल…” के साथ हुई, जिसमें प्रख्यात कथक नृत्यांगना रागिनी मक्खर ने भावपूर्ण प्रस्तुति दी। इसके उपरांत नगर निगम द्वारा जल संरक्षण पर किए गए कार्यों पर आधारित एक डाक्यूमेंट्री का प्रदर्शन भी किया गया तथा सभी को जल संरक्षण की शपथ दिलाई गई।
जल संरक्षण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को किया सम्मानित
माननीय मंत्री एवं महापौर अन्य अतिथियों द्वारा जल संरक्षण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्ति एवं संस्थाओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया जिनमें श्री उदय प्रताप सिंह, सुश्री मालविका चंद, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, अवंतिका गैस, मोयरा सरिया, सोनिक बायोकेम, सुफ लाम सेवा संस्था, इंडस्ट्री एसोसिएशन एवं अन्य शामिल थे।
मुख्य वक्ताओं के विचार:
कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा:
“इंदौर देश के लिए उदाहरण बन चुका है। शहर को चलाने के लिए दंड और पुरस्कार दोनों जरूरी हैं। जल संरक्षण करने वालों को टैक्स में छूट मिले और जो नहीं कर रहे हैं, उन पर जुर्माना लगाया जाए। सभी पार्षद अपने-अपने वार्ड में कम से कम 500 वर्षा जल संग्रहण प्रणाली लगवाने का संकल्प लें।”
कैबिनेट मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा
“इंदौर के तालाब, बावड़ियाँ और कुएँ हमारी सांस्कृतिक धरोहर हैं। इन सभी जल स्रोतों को अतिक्रमण से मुक्त कर उनका जीर्णोद्धार किया जाना जरूरी है, जल है तो कल है — इसी भावना से हमें इस अभियान को आगे बढ़ाना है।”
महापौर श्री पुष्यमित्र भार्गव ने कहा:“इंदौर को जल संरक्षण में भी नंबर वन बनाना है। हमारी भयावह जल स्थिति को देखते हुए हमें डर के साथ काम करना होगा। 300वीं अहिल्या शताब्दी के अवसर पर जनभागीदारी से 300 रिचार्ज शाफ्ट लगाए जाएंगे। यह हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है।”
नगर निगम आयुक्त श्री शिवम वर्मा ने बताया:
“इंदौर में 411 कुओं पर कार्य किया जाएगा। सभी बावड़ियों को पुनर्जीवित करने और हाइड्रोलॉजिकल सर्वे के माध्यम से नदियों में जल आवक सुनिश्चित करने का कार्य प्रारंभ हो चुका है। यह प्रयास पूरी तरह जनसहयोग पर आधारित है।”
जल कार्य प्रभारी श्री अभिषेक शर्मा ‘बबलू’ ने बताया:
“अभियान की शुरुआत तीन वर्ष पूर्व की गई थी, जब इंदौर की जल स्थिति चिंताजनक थी। तब से अब तक 15 तालाबों का गरीकरण किया गया, कुओं और बावड़ियों की सफाई की गई तथा वर्षा जल को इन स्रोतों तक पहुँचाने की व्यवस्था की गई है।”
भाजपा नगर अध्यक्ष श्री सुमित मिश्रा ने कहा:
“पानी की अहमियत को हमें समझना होगा। प्रधानमंत्री ने भी कहा है कि ‘खून और पानी पर चर्चा एक साथ नहीं हो सकती’, इसलिए जल संरक्षण राष्ट्र निर्माण का अभिन्न हिस्सा है।”
अभियान की प्रमुख घोषणाएं एवं लक्ष्य:
300 रिचार्ज शाफ्ट लगाए जाएंगे — अहिल्या शताब्दी के उपलक्ष्य में।
411 कुओं पर पुनर्जीवन एवं हाइड्रोलॉजिकल सर्वे।
15 तालाबों का गरीकरण एवं चैनल सफाई कार्य पूर्ण।
जनभागीदारी आधारित संरचना – नागरिक, पार्षद, संस्थाएं मिलकर काम करेंगी।
दंड एवं पुरस्कार नीति लागू करने की बात — टैक्स छूट और पेनल्टी का सुझाव।
जल गंगा संवर्धन अभियान 2.0, इंदौर को भावी जल संकट से बचाने का एक मजबूत प्रयास है, जिसमें प्रशासन और समाज दोनों की सहभागिता सुनिश्चित की गई है। इंदौर पुनः एक बार देश के सामने जल संरक्षण का मॉडल प्रस्तुत करने की दिशा में अग्रसर है।









