दैनिक आगाज इंडिया 18 जनवरी 2025 इंदौर- ब्रह्माकुमारीज़ के सुराणा नगर स्थित केंद्र पर ब्रह्माकुमारीज़ के संस्थापक पिता श्री ब्रह्मा बाबा का 56 वा स्मृति दिवस एक माह की योग तपस्या के साथ मनाया गया । 18 जनवरी 1969 को 93 वर्ष की आयु में ब्रह्मा बाबा ने स्थूल देह का त्याग कर संपूर्णता को प्राप्त किया था तब से सम्पूर्ण विश्व मे इस दिन को विश्व शांति दिवस के रूप में मनाया जाता हैं । एक माह पूर्व से विशेष योग तपस्या के कार्यक्रम विश्व के 140 देशों में पांच हजार से भी अधिक केंद्रों पर चल रहे हैं। इस अवसर पर आज सुबह से ही विशेष मौन योग तप व साधना की गई । साथ ही निराकार परमात्मा शिव के साकार माध्यम पिता श्री ब्रह्मा बाबा को याद करते हुए केंद्र प्रभारी बी के वीणा दीदी द्वारा बाबा के त्यागी तपस्वी जीवन से प्रेरणा लेते हुए अपने जीवन को त्याग तपस्या की उचाईयों की और कैसे ले जाना है इस विषय पर सत्संग कराया गया व पिता श्री ब्रह्मा बाबा के जीवन संसमरण साँझा करते हुए ब्रह्मा बाबा समान महान योगी , निष्काम सेवा भावी , विश्व कल्याण की भावनाओं से औतप्रोत जीवन जीने की प्रेरणा दी गई । वही बी के अनिता दीदी द्वारा योग कॉमेंट्री से सभी को अव्यक्त वतन की अनुभूति में ब्रह्मा बाबा के साथ अव्यक्त मिलन का अनुभव कराया गया । सभी ने प्यारे बाबा को बहोत ही प्यार से भोग स्वीकार कराते हुए पुष्प अर्पण कर बाबा की वरदानी दृष्टि से वरदान शक्तियां लेते हुए प्रसाद ग्रहण किया व सारा दिन मौन साधना में रहकर अव्यक्त अनुभव से संसार की समस्त आत्माओ को शाँति का दान देने की स्मृति रखी । इसी तारतम्य में शाम को भी विशेष परमात्म मिलन का कार्यक्रम होगा । जहां सभी सामूहिक रूप से परमात्मा शिव की याद में रहकर , ब्रह्मा बाबा के साथ मिलन मनाते हुए अपने आप को भरपूर कर समस्त संसार के लिए सुख शाँति की किरणें फैलाते हुए मनसा सेवा करेंगे व समस्त विश्व को शांति का दान देंगे । कार्यक्रम का संचालन बी के नितिन भाई साहब द्वारा किया गया व सभी का आभार माना ।
स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत राजोदा जेल देवास में गोबरधन का उपयोग कर बायोगैस संयंत्र को किया स्थापित
बायोगैस संयंत्र से प्रतिदिन 20 किलोग्राम गैस का किया जा रहा है उत्पादन प्रति माह हो रही है 30 से 35 हजार रुपए की बचत दैनिक आगाज इंडिया 5 फरवरी 2025 देवास जिले में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण अभियान के तहत लगातार कार्य किए जा रहे हैं। इन कार्यों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र स्वच्छ