यह परियोजना मध्य प्रदेश के 33 जिलों के 50 पर्यटन स्थलों पर महिलाओं के लिए सुरक्षित, समावेशी और आर्थिक रूप से सशक्त स्थान बनाने के लिए बनाई गई है
महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री ने मध्य प्रदेश के इंदौर, उज्जैन, खंडवा और खरगोन जिलों में परियोजना से जुड़ी गतिविधियों का साइट पर जाकर निरीक्षण किया
दैनिक आगाज इंडिया 18 जून 2025 इंदौर,
पर्यटन में महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण सुनिश्चित करने के लिए किए जा रहे प्रयासों के तहत, राष्ट्रीय जन सहयोग एवं बाल विकास संस्थान (एनआईपीसीसीडी) के इंदौर परिसर में एक समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती सावित्री ठाकुर की अध्यक्षता में मध्य प्रदेश सरकार के पर्यटन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में चर्चा हुई।
इस बैठक में महिलाओं के लिए सुरक्षित पर्यटन स्थल परियोजना के कार्यान्वयन पर ध्यान केंद्रित किया गया, जिसे महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा निर्भया फंड के तहत वित्त पोषित किया गया है तथा मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा क्रियान्वित किया गया है। इस परियोजना में 33 जिलों के 50 पर्यटन स्थल शामिल है। इस परियोजना का उद्देश्य लक्षित बुनियादी ढांचे, कौशल एवं संवेदीकरण और एडवोकेसी पहल यानी संकल्प सुरक्षित पर्यटन के माध्यम से महिलाओं के लिए सुरक्षित, समावेशी और आर्थिक रूप से सशक्त स्थान बनाना है।

समीक्षा बैठक के बाद, राज्य मंत्री ने इंदौर, उज्जैन, खंडवा (ओंकारेश्वर) और खरगोन (महेश्वर) जिलों में परियोजना से जुड़ी गतिविधियों साइट पर जाकर निरीक्षण किया। इन क्षेत्रीय दौरों में अपराजिता महिला संघ, कार्ड, बाईपास, संगिनी, समर्थ और आईजीएस की परियोजना सहायता संगठन प्रमुखों से बातचीत करना शामिल रहा, जो विभिन्न पर्यटन से जुड़ी भूमिकाओं में कार्यरत महिला लाभार्थियों जैसे ई-रिक्शा संचालक, स्ट्रीट फूड विक्रेता, मेहंदी कलाकार, स्मारिका निर्माता, पर्यटन दुकानों में बिक्री सहायक, स्टोरीटेलर, बोट वूमेन और देखभाल करने वाली महिलाएं शामिल थीं।

इन महिलाओं को परियोजना के तहत कौशल विकास और आत्मरक्षा मॉड्यूल के माध्यम से प्रशिक्षित किया गया है और अब वे पर्यटन अर्थव्यवस्था में सक्रिय रूप से भाग ले रही हैं। इस यात्रा के दौरान सुरक्षा बुनियादी ढांचे की स्थिति, सामुदायिक भागीदारी और दीर्घकालिक स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए अन्य सरकारी विभागों के साथ सामंजस्य स्थापित करने के प्रयासों का भी आकलन किया। महेश्वर में उन्होंने कौशल प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद पर्यटक सुविधा केंद्र के तहत काम करने वाली लड़कियों से बातचीत की।

इस समीक्षा में पर्यटन के ऐसे माहौल को बढ़ावा देने के लिए मंत्रालय की प्रतिबद्धता की पुष्टि की गई जो न केवल महिलाओं के लिए सुरक्षित है, बल्कि उन्हें स्थानीय आर्थिक विकास में प्रमुख हितधारक बनने में भी सक्षम बनाता है।
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