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जिले की सभी पंचायतों में लगे उद्योग
➡️ कलेक्टर श्री आशीष सिंह की पहल पर चले अभियान के सामने आये सफल परिणाम
इंदौर ज़िले ने प्रदेश में इतिहास रचते हुए ऐसा पहला ज़िला बनने का गौरव प्राप्त किया है, जिसकी सभी पंचायतों में सूक्ष्म, लघु और मध्यम स्तर के उद्योग स्थापित हो गए हैं। इस उपलब्धि से न केवल ज़िले का औद्योगिक परिदृश्य सशक्त हुआ है, बल्कि स्थानीय स्तर पर युवाओं को रोज़गार के नए अवसर भी मिले हैं। कलेक्ट्र श्री आशीष सिंह की पहल पर इंदौर जिले की शत-प्रतिशत ग्राम पंचायतों में उद्योग स्थाआपना का महत्वाकांक्षी अभियान गत वर्ष अप्रैल 2024 से प्रारंभ किया गया था । मात्र एक वर्ष की अल्प अवधि में अभियान के लक्ष्य को प्राप्त कर लिया गया है।
कलेक्टर श्री आशीष सिंह के निर्देशन में गत एक वर्ष से लगातार विशेष अभियान चलाकर ज़िले की 160 ऐसी पंचायतें, जहाँ पूर्व में कोई उद्योग नहीं था, उनमें 336 नए सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग स्थापित कराए गए। इन उद्योगों में कुल 90 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है। इससे स्थानीय स्तर पर दो हजार से अधिक युवाओं को रोजगार प्राप्त हुआ है।
इस उपलब्धि से न केवल स्थानीय बेरोज़गारी में कमी आई है, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिली है। कलेक्टर श्री सिंह ने इसे “आत्मनिर्भर ग्राम” की दिशा में एक बड़ी पहल बताया है। कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने बताया कि अब जिले में ऐसी कोई पंचायत शेष नहीं है, जहां कोई उद्योग न हो।
इंदौर जिले की शत-प्रतिशत पंचायतों में उद्योग स्था पना
इंदौर जिले में कुल 334 पंचायतें हैं, इनमें पूर्व से 174 पंचायतों में 500 उद्योग स्थापित थे। शेष 160 पंचायतों में किसी भी तरह के उद्योग नहीं थे। इसको देखते हुए कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने उद्योग विहीन सभी 160 पंचायतों में सूक्ष्म, लघु और मध्यम स्तर के उद्योग लगाने का लक्ष्य तय किया। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए उन्होंने सभी संबंधित विभागों के समन्वय से एक विशेष अभियान गत अप्रैल माह से शुरू किया। जनपद पंचायत, जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र, मध्य प्रदेश ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM), उद्यानिकी विभाग एवं बैंक अधिकारियों के समन्वय से यह अभियान पूरे वर्ष सक्रिय रूप से संचालित रहा। अभियान के अंतर्गत सूक्ष्म कार्ययोजना बनाकर लगातार प्रयास किये गए। एक वर्ष की अवधि में ही अभियान के लक्ष्य को प्राप्त कर लिया गया। इस अभियान के अंतर्गत स्थानीय युवाओं को रोजगार से जोड़ने के उद्देश्य से लगभग 90 करोड़ के ऋण विभिन्ना बैंकों के माध्यदम से वितरित कराए गए हैं। जिसके फलस्वसरूप पंचायत क्षेत्रों में मिल्कि प्रोडक्ट्स , फूड प्रोसेसिंग, कृषि उपकरण, कूलर, रेडीमेड गारमेन्ट तथा मसाला उद्योग पर आधारित 336 नवीन उद्योग स्थापित हुए हैं, जिनमें लगभग 2000 स्थानीय व्यक्तियों को रोज़गार प्राप्त हुआ है।