एकात्म धाम में योग दिवस पर लिया एकात्मता का संकल्प।
दैनिक आगाज इंडिया 21 जून 2025 खंडवा, ग्यारहवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर एकात्मता के वैश्विक केंद्र के रूप में आकार ले रहा एकात्म धाम। ओंकारेश्वर में आचार्य शंकर की दिव्य सन्निधि में पहली बार 108 फीट ऊँची ‘एकात्मता की प्रतिमा’ (स्टैचू ऑफ़ वननेस) पर सामूहिक योग का आयोजन हुआ। इस आयोजन में ओंकारेश्वर के स्थानीय नागरिकों के साथ-साथ केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, बड़वाह बटालियन (सीआईएसएफ) के जवानों ने भी सहभागिता की।
ज्ञात हो कि प्रत्येक वर्ष योग दिवस विभिन्न थीम के साथ मनाया जाता है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 की थीम है ‘योगा फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ’ अर्थात स्वयं के साथ-साथ समाज को भी स्वस्थ बनाना।
आचार्य शंकर ने योग और वेदांत को समन्वित भाव से अपने भाष्य एवं प्रकरण ग्रंथों में प्रस्तुत किया है। हमारे ऋषियों ने योग को परिभाषित करते हुए कहा है- ‘युज्यते एतद् इति योगः’, अर्थात जो जोड़ता है, वही योग है। इसलिए योग का यह प्रसार उस विचार का विस्तार है, जो पूरे संसार को एक परिवार के रूप में समाहित करता है। योग के विस्तार का अर्थ है ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ की भावना का विस्तार। एकात्म धाम भी एकात्मता के संदेश को जन-जन तक प्रसारित करने के लिए संकल्पित है।
आचार्य शंकर ने पतंजलि के अष्टांग योग को अद्वैत दृष्टिकोण से व्याख्यायित किया और योग निद्रा को निर्विकल्प समाधि से जोड़ा, जो मन की समस्त गतिविधियों से परे, सर्वोच्च समाधि है। उन्होंने ‘योग तारावली’ नामक ग्रंथ में वास्तविकता की प्रकृति और आत्म-साक्षात्कार के साधन के रूप में योग के अभ्यास की खोज की। आचार्य शंकर के अनुसार, योग का अंतिम लक्ष्य अद्वैत वेदांत के माध्यम से स्वयं और ब्रह्म की एकता का अनुभव करना है।
कार्यक्रम में मछुआरा कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष सीताराम बाथम, आचार्य शंकर न्यास, सीआईएसएस के अधिकारी सहित बड़ी संख्या में योग प्रेमी सम्मिलित हुए।
