दैनिक आगाज इंडिया 24 फरवरी 2025 इंदौर मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी के रूप में अपनी एक विशिष्ट पहचान सदियों से रखता आया है, इंदौर का आर्थिक एवं औद्योगिक जगत में समृद्ध इतिहास रहा है।
वर्तमान समय में भी इंदौर के पुश्तैनी औद्योगिक घरानों के अतिरिक्त यहाँ के युवा उद्यमियों द्वारा विश्व के साथ कदम ताल करते हुए नए नए नवाचारों को अपनाते हुए अनेक स्टार्ट-अप विभिन्न क्षेत्रों कृषि उत्पाद, उद्यानिकी, सूचना प्रौद्योगिकी, शिक्षा, मसाला उद्योग, हर्बल उत्पाद, कनफैक्शनरी, अगरबत्ती निर्माण, आयुर्वेदिक दवा एवं को-वर्किंग स्पेस, कपड़ा उद्योग, ऑनलाइन एवं डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्रों में नवाचार आधारित व्यवसाय प्रारंभ किए जा रहे हैं और अनेक स्टार्ट-अप आज सम्पूर्ण भारत के साथ-साथ विदेशों में भी सफलतापूर्वक कार्य किया जा रहा है।
आज इंदौर के युवाओं की उद्यमिता स्टार्ट-अप के कारण इंदौर सूचनाप्रौद्योगिकी, शिक्षा, कनफैक्शनरी, मसाला उद्योग, हर्बल उत्पाद, कृषि उत्पाद, अगरबत्ती निर्माण एवं शिक्षा क्षेत्र में विश्व के अनेक देशों के उत्पादों के आगे अपने उत्पादों को लेकर अच्छा कार्य कर रहे है और इंदौर को विश्वस्तर पर पहचान दिला रहे हैं।
इंदौर में स्टार्ट-अप के लिए एक अच्छा इको-सिस्टम होने से युवा आत्मनिर्भर होकर उद्यमिता की और बढ़ रहे हैं। यहाँ आईआईटी, जीएसआईटीएस सहित अनेक शिक्षा संस्थानों में स्टार्ट-अप हेतु इनक्यूबैशन सेंटर हैं जहां युवा अपने आईडिया को इनक्यूबैट करते हैं और फंडिंग के लिए भी शासकीय योजनाओं के साथ-साथ एंजल इनवेस्टर्स भी उपलब्ध हो रहे हैं, इस का परिणाम है कि वर्तमान में इंदौर में लगभग 1000 से अधिक DPIIT से मान्यता प्राप्त स्टार्ट-अप कार्य कर रहे हैं।
इंदौर का देश के अन्य शहरों से हवाई मार्ग से जुड़ाव और दुबई के लिए भी सीधी फ्लाइट भी व्यवसायिक दृष्टि से विश्वस्तर पर व्यवसाय करने की अनुकूलता प्रदान करता है।
इंदौर के अनेक विद्यालयों में स्कूल शिक्षा के दौरान अटल टिंकरिंग लैब का लाभ भी बच्चों में नवाचार और रोबोटिक्स, आईओटी बेस्ड उत्पाद निर्माण के प्रति लगाव और स्वावलंबी बनने की प्रेरणा से नवीन उद्यम खोलने में महत्तवपूर्ण योगदान है।
इंदौर के युवा स्किल इंडिया, डिजिटल इंडिया, और स्टार्ट-अप इंडिया, मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत के अंतर्गत अपने स्टार्ट-अप को जोड़ते हुए कार्य कर रहे हैं और नवीन स्टार्ट-अप में बढ़ोतरी हो रही है।
यहाँ के स्टार्टअप अपने उत्पादों को पेटेन्ट भी करा रहे हैं और विगत कुछ वर्षों में अपना पेटेन्टेट उत्पादों का निर्माण वृहदस्तर पर करते हुए, भारत के बाहर भी कार्य प्रारंभ कर रहे हैं।
अगरबत्ती के क्षेत्र में भी इंदौर के उद्यमियों द्वारा उत्तम क्वालिटी और निर्माण क्षमता में विस्तार के उपरांत इस क्षेत्र में इंडोनेशिया और वियतनाम के वर्चस्व को प्रतिस्पर्धा देते हुए इंदौर का नाम धीरे धीरे विश्व पटल पर स्थापित कर रहे हैं।
हर्बल उत्पादों में चाइना एवं अन्य देशों का प्रभुत्व भी इंदौर के युवा उद्यमियों द्वारा गुणवत्ता के उत्पादों का निर्माण करने से कम हुआ है, अब भारत के अनेक होटल इंदौर में निर्मित उत्पादों का उपयोग करना प्रारंभ कर दिये हैं और इंदौर के उत्पाद संपूर्ण भारत में अपनी अच्छी उपस्थित बना चुके है।
इंदौर एक उभरता हुआ आईटी, सूचना प्रौद्योगिकी का हब भी है और इसका मुख्य कारण यहाँ के युवाओं का उद्यमिता में बढ़ा रुझान है आज इंदौर के अनेक आईटी के स्टार्ट-अप विभिन्न क्षेत्रों मे एडटेक, हेल्थटेक, एग्रीटेक, फिनटेक एवं प्रॉपटेक इत्यादि के क्षेत्रों में अच्छा कार्य कर रहे हैं।
इंदौर के कृषक भी अब कृषि के साथ-साथ अपने द्वारा उगाई फसलों से अन्य उत्पादों का निर्माण कर उनका विक्रय भी कर रहे हैं, जिससे कृषि क्षेत्र में भी इंदौर अपना एक विशिष्ट स्थान बनाता जा रहा है, इंदौर सम्भग कृष्णा फल (पैशन फ्रूट), ड्रैगन फ्रूट, केसर, आलू, आम, गेहू, सोयाबीन , कपास, कैला इत्यादि अच्छी मात्रा में उत्पादन होता है अब उद्यमियों एवं कृषकों द्वारा अपनी फसल से विभिन्न उत्पादों का निर्माण कर उनको विश्व स्तर पर भेजा जा रहा है।
सुजीत सिंहल