आखिर निमाड़ अंचल की मंत्रिमंडल में अवहेलना क्यूं- संजय रोकड़े
निमाड़ महासंघ भाजपा की इस नीति की सख्त मुखालफत करता है

निमाड़ के लोग भाजपा को चाहे कितना भी प्रचंड़ बहुमत दे दे लेकिन इस पार्टी के आला नेताओं की ये आदत बन गयी है कि निमाड़ अंचल की किसी भी तरीके से उपेक्षा करना है। निमाड़ की उपेक्षा का ताजा मामला राज्य के मंत्रिमंडल के गठन के बाद सामने आया है। मुख्यमंत्री डा मोहन यादव की सरकार में निमाड़ अंचल से खासकर खरगोन, बड़वानी से किसी भी विधायक को मंत्रिमंडल में शामिल नही किया गया है। खंडवा- बुरहानपुर, धार के विधायकों की भी यही दुर्गति हुई है। सबको बेईज्जत करके मंत्री बनाने के नाम पर बाबाजी का ठेंगा दिखा दिया है।

निमाड़ महासंघ के प्रमुख संजय रोकड़े ने इस छलावेबाज मंत्रिमंडल को नकारते हुए साफ कहा है कि अगर निमाड़ के किसी भी योग्य युवा विधायक को मंत्रिमंडल में शामिल नही किया गया तो बहुत जल्द चरणबद्ध आंदोलन शुरू किया जाएगा। निमाड़ के नेताओं को मंत्रिमंडल में शामिल नही करने और उनकी अवहेलना को लेकर निमाड़ महासंघ का एक प्रतिनिधि मंडल शीघ्र ही केन्द्र व राज्य के भाजपा संगठन के आला पदाधिकारियों के अलावा मुख्यमंत्री डा मोहन यादव से भेंट करके अपनी बात को पुरजोर तरीके से रखेगा।

निमाड़ महासंघ की एक ही मांग है कि जब निमाड़ की जनता भाजपा की सरकार बनाने में पूरी ताकत लगाती है तो फिर उस अंचल के नेताओं को सत्ता में भागीदारी क्यूं नही दी जाती है। आखिर कब तक निमाड़ के लोगों को आयातित नेताओं के सहारे छोड़ कर नेतृत्व विहिन रखा जाएगा।

माना कि मांधाता विधानसभा सीट से जितने वाले नारायण पटेल, बड़वाह विधानसभा से जितने वाले सचिन बिरला का अतीत कांग्रेस के साथ जुड़ा होने के चलते इन दोनों को मंत्री नही बनाया। ये भी माना कि महेश्वर विधानसभा सीट से जीत हासिल करने वाले राजकुमार मेव ने एक बार पार्टी से दगाबाजी करके बगावत कर दी थी तो उसके चलते उनको भी मंत्री नही बनाया मगर खरगोन से विजयी हासिल करने वाले बालकृष्ण पाटीदार ने ऐसा कौन सा अपराध कर दिया जिसकी सजा उन्हें मंत्री नही बना कर दी गई। बुरहानपुर की अर्चना चिटनिस, बड़वानी के युवा श्याम बर्डे इन्होंने भी कौन से ऐसे अपराध कर दिए थे जिसके चलते इनको भी चलता कर दिया।

काबिलेगौर हो कि अभी पूरे निमाड़ अंचल की संसदीय सीटों से भाजपा के ही तीन सांसद है। गर भाजपा के आला नेताओं का ऐसा ही रवैया रहा तो फिर वे किस लिहाज से इस बात की उम्मीद करते है कि आगामी 2024 के लोकसभा चुनाव में भी निमाड़ की जनता भाजपा के सांसद चुनकर संसद में भेजेगी और केन्द्र में भाजपा की सरकार बनाने में मदद करेगी। वोट हमारा राज तुम्हारा अब इस नीति को किसी भी हाल में बदलना होगा वरना इसका खामियाजा भुगतने को भी तैयार रहना होगा।

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दैनिक आगाज़ इंडिया टीम