पार्किंग व पेयजल व्यवस्था प्रशासन के लिए बनी चुनौती
एसडीएम एसडीओपी जिम्मेदार अधिकारी व्यवस्थाओं पर निगाह बनाए रखें सीसीटीवी कैमरे से रखी गई निगरानी
दैनिक आगाज इंडिया 29 मार्च 2025 ओंकारेश्वर ( ललित दुबे )- ओंकारेश्वर में उमडी आस्था की भीड़ ज्योतिर्लिंग मंदिर में रहा सन्नाटा नर्मदा के घाटों पर रही भीड़ भक्तों ने लगाई आस्था की डुबकी मालवा क्षेत्र से बड़ी संख्या में पहुंचे भक्तों ने नवरात्रि प्रारंभ होने से पूर्व अपने अस्त्रों की पूजा की तथा देव बडवे घूमने का सिलसिला जारी रहा में अमावस्या पर्व पर लाखों की संख्या में उमड़ा भक्तों का सैलाब, मां नर्मदा का जलस्तर सामान्य रहने से भक्तों ने सुरक्षित रूप से आस्था की डुबकी लगाई।
खंडवा कलेक्टर ऋषव गुप्ता सहित पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार राय एसडीएम शिवम प्रजापति एसडीओपी रविन्द्र बोयट . थाना प्रभारी अनोख सिदया सीएमओ संजय गिते लगातार पर्वकाल की व्यवस्थाओं मैं लगे रहे तथा कंट्रोल रूम सीसीटीवी कैमरे से लाग तार व्यवस्थाओं पर सुनील भावसार कंट्रोल रूम प्रभारी निगरानी बनाए हुए रहे
एसडीएम शिवम प्रजापति ने रात्रि में संभाला मोर्चा पुलिस और नगर की टीम के सहयोग से व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया
।ओंकारेश्वर के कई सामाजिक संगठन एवं भक्तों ने भीषण गर्मी से बचने के लिए अपने-अपने स्तर पर जल प्रदाय की व्यवस्था की थी
भक्तों की अधिकांश भीड़ नागर घाट, अभय घाट, नवीन घाट और नर्मदा कावेरी संगम स्थल पर देखी गई। भुतडी अमावस्या पर्व पर तीन दिनों से लगातार ढोल ढ़माके के साथ मालवा से लोग पहुंच रहे थे
एक दिन पूर्व रात्रि ही भक्त बड़ी संख्या में नर्मदा तटों पर एकत्र हुए । पूरी रात्रि पूजन पाठ, तंत्र मंत्र टोटके का दौर जारी रहा।
अन्य घाटों के मुकाबले अभय घाट पर पूरी रात्रि अंधेरा पसरा रहा। जहां हजारों की संख्या में मौजूद यात्रियों को काफी परेशानी का सामना भी करना पड़ा।
श्रद्धालुओं की भीड़ के कारण यातायात व्यवस्था चरमरा गई पैदल चलने वाले यात्रियों की ही इतनी भीड़ थी कोठी से लेकर ओंकारेश्वर तक की मोटरसाइकिल से निकलना भी मुश्किल पड़ रहा था लगभग दो दिन में 2 लाख श्रद्धालुओं ने मां नर्मदा में डुबकी लगाकर चैत्र की अमावस्या पर दान धर्म पुण्य करते देखे गए
अनुमान से अत्यधिक चार पहिया वाहन दो पहिया वाहन एवं बस आने जाने के कारण प्रशासन ने ग्राम थापना में ही वाहनों को रोक कर पार्किंग की गई व्यवस्था में वाहन रोक दिए गए श्रद्धालु थापना ही पैदल ओंकारेश्वर तक पैदल ही चलते नजर आए इससे श्रद्धालुओं में विशेष कर महिलाओं को वृद्ध बच्चों को काफी तकलीफ का सामना करना पड़ा ओंकारेश्वर जाने वाले मार्ग पर भीड़ का आलम यह था कि एक दूसरे से टकराकर निकल रहे थे
प्रशासन द्वारा जितने भी इंतजाम किया गए थे वह सब श्रद्धालुओं की भीड़ के आगे कम ही नजर आए यात्रियों को सबसे ज्यादा असुविधा पीने के पानी की रही प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं के लिए पीने के पानी की कोई माकूल व्यवस्था नहीं की गई थी पार्किंग स्थलों पर तो पीने का पानी था ही नहीं नगर परिषद की बनी हुई पानी की टंकियां भी खाली पड़ी थी श्रद्धालु पानी की बोतल लेकर इधर-उधर भटकते देखे गए
इतनी भीड़ को देखते हुए यही कहा जा सकता है कि आने वाले सिहस्था 20 28 में शासन को ओंकारेश्वर में आमूल चूल परिवर्तन करना होंगे
एवं विकास के नए आयाम प्रस्तुत करने होंगे सुविधा सहित विभिन्न घाटों का निर्माण ओंकारेश्वर पर्वत को जोड़ने वाले पैदल पुल का निर्माण तथा नर्मदा नदी के संगम के नीचे स्टाफ डेम का निर्माण प्रमुखता से करना होगा
मंदिर के गर्भ ग्रह एवं मंदिर प्रांगण के विस्तारीकरण पर भी तेजी से कार्य करने होंगे वरना शासन प्रशासन का भीड़ मैनेजमेंट ओंकारेश्वर में ध्वस्त होकर रह जाएगा
प्रशासन के लिए चुनौती बनी पार्किंग पेयजल व्यवस्था
भुतड़ी अमावस्या पर अत्यधिक भीड़ होने के कारण होटल गेस्ट हाउस लॉज आश्रम धर्मशालाएं हाउस फुल रही श्रद्धालुओं को सड़कों पर रात गुजारना पड़ी

