कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने वेस्टर्न बायपास के शेष भू-अर्जन का कार्य दो दिन में पूरा करने के दिये निर्देश।
समीक्षा बैठक सम्पन्न।
दैनिक आगाज इंडिया 24 मई 2025 इंदौर में बनने वाले 6-लेन वेस्टर्न बायपास के निर्माण को लेकर प्रक्रिया तेजी से जारी है। वेस्टर्न बायपास का निर्माण कार्य शीघ्र प्रारंभ होगा। कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने निर्देश दिये कि इस बायपास के शेष भू-अर्जन का कार्य अगले दो दिन अर्थात सोमवार तक पूरा कर लिया जाये। उन्होंने निर्माण कार्य प्रारंभ करने की अन्य औपचारिकताएं भी इसी अवधि में पूरी करने के निर्देश दिये।
कलेक्टर श्री आशीष सिंह की अध्यक्षता में आज रेसीडेंसी में इन्दौर के वेस्टर्न बायपास के भूमि अधिग्रहण कार्यवाही हेतु समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के क्षेत्रीय अधिकारी श्री श्रवण कुमार सिंह, इन्दौर के परियोजना निदेशक श्री सुमेश बांझल, भू-अर्जन विशेषज्ञ श्री एस.एन. रूपला के साथ एसडीएम देपालपुर, हातोद एवं सांवेर भी उपस्थित थे। बैठक में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों द्वारा इन्दौर शहर के वेस्टर्न बायपास के भूमि अधिग्रहण भू-अर्जन हेतु की गई कार्यवाही की विस्तृत जानकारी दी गई। बैठक के दौरान भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण प्राधिकरण की ओर से भू-अर्जन विशेषज्ञ श्री एस.एन. रूपला द्वारा इन्दौर के वेस्टर्न बायपास के भू-अर्जन हेतु तैयार किये गये ड्राफ्ट 3G की विस्तृत जानकारी दी गई।
कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने सभी एसडीएम को भू-अर्जन हेतु 3G की कार्यवाही सोमवार तक पूर्ण करने हेतु निर्देश दिये, ताकि वेस्टर्न बायपास का निर्माण अतिशीघ्र प्रारंभ किया जा सके। इसके अलावा कलेक्टर श्री सिंह ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की अन्य निर्माणाधीन परियोजनाओं जिनमें तेजाजीनगर से बलवाड़ा 4 लेन मार्ग, इन्दौर से राघवगढ़ 4-लेन मार्ग तथा इन्दौर-देवास बायपास पर एम.आर 10 जंक्शन, रालामंडल एवं अर्जुन बडौद पर फ्लायओवर निर्माण कार्यों की समीक्षा भी की। कलेक्टर श्री सिंह ने उक्त निर्माणाधीन कार्यों हेतु भूमि अधिगृहण से संबंधित समस्याओं का जल्द-जल्द से निराकरण करने, मार्ग निर्माण हेतु भूमि का कब्जा NHAI को सौंपने हेतु संबंधित एसडीएम को निर्देशित किया। जिससे समस्त निर्माण कार्य समय-सीमा में पूर्ण किये जा सके एवं जनसामान्य को ट्रैफिक जाम से मुक्ति मिले तथा यातायात का आवागमन सुगमता से संचालित हो सके।