अशोक रघुवंशी 9300006777
दैनिक आगाज इंडिया 5 जून 2025 इंदौर, मध्यप्रदेश में पानी सहजने का काम जोरो से चल रहा है,कुँए ,बावडिया साफ हो रही है बोरिंग रिचार्जिंग का काम भी हो रहा है अच्छी बात है लेकिन माँ नर्मदा जो मध्यप्रदेश की जीवन रेखा मानी जाती है उसमें मिलने वाले दूषित जल को रोकने प्रदेश सरकार का उदासीन रवैया देख दुख होता है।
लगातार माँ नर्मदा के किनारो पर बढ़ती बसावट से नर्मदा का जीवन खतरे में हैं और वो दिन दूर नही जब माँ नर्मदा भी इंदौर की कान्हा सरस्वती की तरह पूरी तरह दूषित हो जाएगी ओर फिर जो भयावह तस्वीर सामने आएगी मध्यप्रदेश की वो बहुत डरावनी होगी।
प्रदेश के कई नेता माँ नर्मदा की परिक्रमा का पुण्य बड़े बड़े पदों पर आसीन होकर उठा रहे है लेकिन माँ नर्मदा में मिलते दूषित जल को रोकने कोई दो शब्द नही बोलता।
क्या मुख्यमंत्री इस ओर कोई ध्यान देंगे ? क्योंकि हम कान्हा सरस्वती के हाल पिछले 20 सालों से देख रहे है पैसा हर बार आता है लेकिन कान्हा,सरस्वती का जल तो शुद्ध नही होता हाँ औपचारिता स्वरूप जै. सी. बी का फोटो और बड़े अखबारों खबर के साथ के साथ काम पूर्ण हो जाता है क्या काम हुआ ? किसने काम किया ? कितना भुगतान हुआ? किस अधिकारी ने भुगतान किया ? किस कंपनी या एजेंसीयों को किया इसका पता कभी नही चलता ।
तो क्या ये किसी योजनाबद्ध तरीके से कान्हा की तरह ही माँ नर्मदा को भी दूषित कर फिर उसकी सफाई की योजना है ? सवाल बहुत है लेकिन अभी तो आप जल गंगा सर्वधन में हो रहे कुँए बावड़ियों की सफाई से खुश रहिए क्योंकि दोषी आप भी कम नही हो जिन्हें आपने चुना है ये नेता प्रतिनिधित्व तो आपका ही कर रहे है ।
