अशोक रघुवंशी 9300006777
इंदौर 29 अप्रैल,नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय का बयान आया है दोषी कितना भी बड़ा क्यों न हो दोषी को सजा जरूर मिलेगी।
इंदौर की जनता जानना चाहती है कि फर्जी बिल सिर्फ सड़क, चेम्बर, पेवर ब्लॉक के ही लगे है ? अगर मंत्रीजी की मंशा सही है तो लगे हाथ पिछले बिस पच्चीस सालो से हो रहे नाला सफाई के बिलों की भी जाँच करवा लीजिये शायद आपकी उम्मीद से ज्यादा बड़ा घोटाला सामने आ जाये। क्योंकि पिछले कई वर्षों से आपके महापौर कार्यकाल से नाले की सफाई चल रही है,इंदौर की जनता को आपने भी सपने दिखाए थे शुद्ध जल प्रवाह होगा। नोका विहार भी होगा शायद आप भूल गए अपने वादों को। आपके कार्यकाल से आज तक नाला सफाई चल रही है लेकिन जनता के हजारों करोड़ पानी की तरह बहाने के बावजूद नाले का सिर्फ नाम बदलकर कान्हा नदी हो पाया है कल भी नाला था और आज भी नाला है। क्या आपको नही लगता अब बहुत हुआ ? नाला सफाई में पिछले 20 सालों मे किस किस एजेंसीयों ने जेसीबी का फोटो खिंचवाकर फर्जी बिल लगाए सभी को ब्लैक लिस्टेड कर राशि की वसूली होना चाहिए साथ ही सभी निगम आयुक्तों पर भी कार्यवाही होनी चाहिए जो पिछले 20 सालों से इस फर्जीवाड़े में सहयोगी रहे है। जाँच करवा ही लीजिए मंत्रीजी बड़े बड़े नामों की आप बात कर ही रहे है तो जनता भी तो देखे और कितने सफेदपोश चहरे है जो जनता को वर्षो से नाला सफाई के नाम पर मूर्ख बना रहे है।