आरोपी गैंग के द्वारा देश के विभिन्न राज्यों में फर्जी खातों की वारदातों को दिया था अंजाम।*
*✓ फर्जी खातों के एक ही प्रकरण में देश के अलग-अलग राज्यों से लगातार निकल रहे कनेक्शन।*
*विजय नगर पुलिस इंदौर के द्वारा फर्जी खातों के विरूद्ध कार्यवाही हेतु स्पेशल टीम का गठन कर, लगातार की जा रही है कार्यवाही।*
*✓ इंदौर पुलिस द्वारा आरोपीयो का रिमांड प्राप्त कर की जा रही है विस्तृत पूछताछ, जिसमें कई खुलासे होने की है सम्भावना।*
*किराये से कंपनी के लिये अंकाउट लाने वाला पकड़ाया, कमीशन के आधार पर देते थे रूपए*
*राजस्थान के प्रतापगढ़, उदयपुर, अकोला और फतेहपुर में सक्रिय है गैंग।*
दैनिक आगाज इंडिया 21 dec 2024 इंदौर कमिश्नरेट में लोगों से छलकपट कर अवैध लाभ अर्जित करते हुये ऑनलाइन ठगी करने वालों की पहचान कर विधिसंगत कार्यवाही करते हुये उनकी धरपकड़ करने हेतु प्रभावी कार्यवाही के निर्देश वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा दिए गए हैं। उक्त निर्देशों के अनुक्रम में ऑनलाइन ठगी की शिकायतों में विजय नगर थाने से स्पेशल टीम गठित की गई।
विजय नगर पुलिस ने अवैध गेमिग और साइबर फ्रॉड के रूपए ट्रांसफर कराने वाली गैंग के मेम्बरों को पकड़ा था। इस मामले में पकड़ाए आरोपियों से पूछताछ करते उक्त गैंग राजस्थान के तार मिले जिस पर विजय नगर के पुलिस इस मामले में राजस्थान जाकर दबिश दी गई। जहाँ पर गैंग के लिये अंकाउट कमीशन पर लाने वाले सरगना को पकड़ा गया। उक्त सरगना देशभर से जरूरतमंद लोगों को ढूंढता है और अपनी गैंग को उनके अंकाउट उपलब्ध कराता है। जिसमें वह अवैध गेंमिग और साइबर फ्रॉड का पैसा लेते थे।
विजय नगर पुलिस ने अवैध गेमिग और साइबर फ्रॉड के रूपए को लेकर एक गैंग के सदस्य रवि वर्मा, मंयक, अनम अहमद निवासी भोपाल, विदू भारद्वाज, सोनू बाली उर्फ कृष्णपाल वर्मा को पकड़ा था। आरोपियों से जानकारी मिली थी कि वह फर्जी अकाउटों में गेमिग और एडवाइजरी के रूपए डालते है। पुलिस ने उनकी रिमांड लेकर पूछताछ की तो पता चला कि उनकी गैंग का एक मुख्य साथी प्रकाश उर्फ भूरा सुतार है। जो राजस्थान का रहने वाला है। आरोपी छत्तीसगढ़ और आसपास के प्रदेशों से अंकाउट की व्यवस्था कर अपने साथियों को देता था। जिसमें करोड़ों का लेनदेन किया जाता था। इस मामले में भूरा के साथ सुनील उर्फ सोनू शर्मा को भी पकड़ा गया है। जिसमें अभी तक पुलिस को 10 अंकाउटो से लगभग 7-8 करोड के लेनदेन की जानकारी मिली है।
पुलिस को जांच में पता चला कि इस पूरी गैंग को निक्की उर्फ नितीन शर्मा और उसके साथी संचालित करते थे। प्रकाश उर्फ भूरा उसके लिये ही काम करता है। यह दोनों पूर्व में इसी प्रकार के अपराध में कई राज्यों में बंद हो चुके है और उनके साथी भी है जो पूर्व में कई राज्यों में धोखाधड़ी की और करोड रुपए के अकाउंट इनके द्वारा भी संचालित किए गए उनके नाम और आज के राजकिंग, असलम मंसूरी, दीपक, रतन खटीक, विशाल खटीक, विशाल हरिजन, रतन गायरी, श्याम रघुवंशी, अभिषेक भदौरिया, हेमंत चौरसिया, मार्क्स, अनिरुद्ध और भी कई लोग है जो उनसे जुड़े हैं विजय नगर पुलिस को अनुमान है कि आरोपियों ने करीब अभी तक 7-8 करोड़ के लगभग अवैध गेंमिग और साइबर फ्रॉड का रूपया ट्रांसफर किया है। यह पैसा अवैध गेंमिग और साइबर फ्रॉड जैसे कामों का रहता है। वर्तमान में उक्त बैंक अकाउंट लगभग 27 लाख रुपए फ्रीज कराए जा चुके हैं।
आरोपी-
1. सुनील शर्मा निवासी भीलबाडा राजस्थान
2. प्रकाशचंद उर्फ भूरा सुथार निवासी राजसमंद राजस्थान
3. गौरव राठौर निवासी बडी भमोरी इंदौर
4. अमन अहमद निवासी कोह ए फिज़ा कॉलोनी भोपाल
5. रवि वर्मा निवासी रुक्मणि नगर, इंदौर
6. मयंक सोलंकी निवासी सम्राटपुरी देवास
7. विधू भारद्वाज निवासी इंद्रपुरी कॉलोनी इदौर
8. सोनू वर्मा उर्फ बाली दादा निवासी ग्राम खामखेडा जिला सिहोर