बायोगैस संयंत्र से प्रतिदिन 20 किलोग्राम गैस का किया जा रहा है उत्पादन
प्रति माह हो रही है 30 से 35 हजार रुपए की बचत
दैनिक आगाज इंडिया 5 फरवरी 2025 देवास जिले में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण अभियान के तहत लगातार कार्य किए जा रहे हैं। इन कार्यों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र स्वच्छ एवं सुंदर दिखाई दे रहे हैं। देवास के राजोदा जेल में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के घटक गोबरधन का उपयोग कर गो-पालन एव पशु संवर्धन बोर्ड, पशु पालन एवं डेयरी विभाग भोपाल द्वारा बायोगैस संयंत्र निर्माण किया गया। इसके प्लांट की डिजाइन फ्लोटिंग डोम है, क्षमता 45 घन मीटर, लागत 38.58 लाख ( आगामी 02 वर्ष का निर्माण कंपनी द्वारा O&M सहित) है। इसका उपयोग संयंत्र द्वारा उत्पादित बायोगैस से उप जेल राजोदा, #देवास में संचालित रसोई में भोजन पकाने हेतु ईंधन के रूप में किया जा रहा है।
गोबरधन योजना स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत स्वीकृत परियोजना है जिसका उददेश्य जैविक एवं ठोस अपशिष्ट का उपयोग कर जैविक खाद निर्माण कर निष्पादन किया जाना है। जेल राजोदा देवास द्वारा 201 से अधिक गौवंश का पालन किया जा रहा है। गौवंश से प्राप्त गोबर एवं कृषि अपशिष्ट का उपयोग बायोगैस संयंत्र में किया जा र हा है। गोबरधन योजना अंतर्गत निर्तित 45 क्यूबीक मीटर क्षमता के एकीकृत बायोगैस संयंत्र से लगभग 1.5 घरेलू गैस सिलेंडर का प्रतिदिन उत्पादन हो रहा है, जिसका उपयोग उप जेल, ग्राम राजोदा की रसोई में भोजन पकाने हेतु किया जा रहा है, जिससे लगभग 30-35 हजार रूपये प्रतिमाह की बचत की जा रही है। संयंत्र से उत्पादित स्लरी से ठोस एवं द्रव्य को अलग कर ठोस स्लरी से वर्मी खाद का निर्माण किया जा रहा है, जिसे स्थानीय स्तर पर जेल परिसर/अन्य स्थानों पर उपयोग किया जा रहा है।